रिटायरमेंट के बाद क्यों आर्मी कुत्तो के दे दी जाती है मौत 
आज की हमारी ये खबर एक ऐसे ही मुददे पर आधारित हैl जिसमे एक तरफ इंसान है और दूसरी तरफ है बेजुबान जानवर कुत्ता जिसने सालों देश की रक्षा की और आखिरी मे जब वो कुछ काम करने लायक नहीं रह जाता तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी जाती हैl हम आपको बता दे की सेना मे कुत्तो को भी उनकी बहादुरी के लिए सम्मान प्राप्त हुआ है और उनका औदा इंसानो से कम नहीं है.
कहा जाता है की ये प्रथा अंग्रेजो के टाइम से चली आयी है की जब सेना में कुत्ता रिटायर होने वाले हो तो उसे गोली मार देनी चाहिएl इसकी वजह ये है की ये कुत्ते हम बाहर किसी भी आम इंसान को नहीं दे सकते क्योकि आर्मी के कुत्ते बहुत बुद्धिमान और फुर्तीले होते है, जिनको सेना की हर एक ख़ुफ़िया जगह के बारे मे पता होता हैl अगर सेना के कुत्ते बाहर दिए गए तो सिक्योरिटी का खतरा रहेगाl
साथ ही अगर उनको एनिमल वेलफेयर सोसाइटी या फिर किसी अन्य को भी देखभाल करने के लिए दिया जाता है तो वे इनका वैसा पालन- पोषण ठीक प्रकार नहीं कर सकते जैसा सेना करती हैं. इसलिए जब सेना के कुत्ते बूढ़े हो जाते है और उनका रिटायरमेंट का वक़्त नज़दीक आ जाता है तो उनको गोली मार दी जाती है. खबरों के अनुसार अब सरकार इस दिशा में कड़े कदम उठा रही है की सेना के कुत्ते को बचाया जा सके.